शुभ दीपावली
दीपक प्यारा, दीपक न्यारा
दीप- दीप जल, मिटे अंधियारा
दीपक प्यारा, दीपक न्यारा…
एक माटी की महिमा देखो,
एक धागे की ताकत देखो,
जब मिल जाए घी की शक्ति,
कर देता रोशन जग सारा |
दीपक प्यारा, दीपक न्यारा…
दीपक प्यारा, दीपक न्यारा…
आओ आज की रात,
हम सब मिल दीप जलाएं,
एक एक दीपक से,
हर एक जीवन को खुशहाल बनाये |
है दुआ आज बस इतनी सी,
मिट जाए अब हर मन से मन की दूरी,
और जुड़ जाए विश्वास की ये डोरी |
ऐसा हो सबका साथ,
ना कोई बच्चा और ना ही कोई वृद्ध हो अब आनाथ |
महके चमन हमेशा सज धज के,
चहके सुबह हमेशा चीं – चीं से,
जंगल में भी हो अब खुशहाली,
वन्हा भी ना हो अब रात कोई काली |
आओ मिल ऐसे मनाये दिवाली |
दीपक प्यारा, दीपक न्यारा |
— देवेन